भगवान तिरुपति (वेंकटेश्वर)अवतार!
यह तब हुई जब एक बार भृगु ऋषि के मन में यह विचार उत्पन्न हुआ की त्रिदेवो में सर्वश्रेष्ठ कौन से देव है। इसलिए उन्होंने तीनों देवों की परीक्षा लेने का विचार किया, सबसे पहले वह ब्रह्मलोक में गए वहां जाकर उन्होंने ब्रह्मा जी को प्रणाम नहीं किया यह देख कर ब्रह्मा जी को उन पर क्रोध आया। तब भृगु ऋषि भगवान शंकर के पास गये लेकिन भगवान शंकर अपनी समाधि में लीन थे.................................